गुजिया

त्योहारों  और व्यंजनों का महत्व 

त्योहार जहां खुशहाली का संदेश लाते हैं, वहीं ये त्योहार किसी न किसी व्यंजन की महक भी अपने साथ लाते है। त्योहारों और पकवानों का संबंध बेजोड़ है। कैसे यह व्यंजन इन त्योहारों  के साथ जुड़े, इनकी अलग-अलग कहानी हो सकती है, परंतु इन व्यंजनों से हमारा जुड़ाव बरसों से है। हम सालों से अपने विभिन्न पर्वों को इन व्यंजनों के साथ मानते रहे है । यह व्यंजन विभिन्न आकार और रंगों मे अद्भुत स्वाद के खजाने हैं। 

वास्तव मे हमारे जीवन मे गणित का बहुत प्रभाव है, तभी तो हम नानाप्रकार के ज्यामितीय व्यंजनों का सेवन करते हैं । केवल आकार ही नहीं बल्कि हम विभिन्न रंगों मे इन पकवानों को बनाते और सेवन  करते है ।  इन आकारों और रंगों के पीछे क्या कारण है यह एक शोध का विषय है। परंतु इन व्यंजनों से हमारा रिश्ता सदियों पुराना है।

इसी कड़ी  में आज हम होली के पर्व पर बनने वाले व्यंजन “गुजिया” के बारे में बात करेंगे।


गुजिया क्या है?

Mawa-Gujia
मावा की गुजिया 

गुजिया एक अर्द्ध चंद्र आकार की मिठाई व व्यंजन है जो उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र और दक्षिण के राज्यों में काफी लोकप्रिय है।  मैदा  की  कुरकुरी  बाहरी परत  और  अंदर  सूजी ,  मावा ,  मेवों   और चीनी का  मिश्रण  इसे  एक  स्वादिष्ट  व्यंजन  का रूप देते है ।  इसकी खुशबू और स्वाद पर्व के उल्लास को मानो और बढ़ा देती है। 

इसका एक  और  प्रचलित रूप इसे  चीनी की चासनी मे डुबोकर बनाया जाता है । 

वैसे तो पहले यह व्यंजन मुख्यतः होली के पर्व पर  घर-घर  मे बनाया जाता था परंतु आजकल यह मिठाई की दुकानों पर प्रायः मिल ही जाती है । 


गुजिया  कैसे बनती है ? 

गुजिया मैदा, सूजी, खोया, नारियल का बुरादा  और विभिन्न प्रकार की मेवों को भरकर एक अर्द्ध चंद्र आकृति मे घी मे तलकर बनाया जाने वाला व्यंजन है।  

आजकल विभिन्न प्रकार के मिश्रण को भरकर तरह-तरह की गुजिया बनाई जाती है । परंतु  उत्तर भारत मे मुख्यतौर  पर  सूजी  और मावा की गुजिया ही अधिक लोकप्रिय है ।  चिरोंजी  एक ऐसी मेवा है जिसका प्रयोग गुजिया बनाने मे विशेष इस्तेमाल होता है , जो इसके स्वाद को और बड़ा देता है । 


गुजिया कितने प्रकार की होती हैं ?

वास्तव मे गुजिया मुख्यतः दो प्रकार की होती है- जिसे भरावन व्  मिश्रण  के आधार पर वर्गित किया जा सकता  है । 

SOOJI KI GUJIYA
सूजी की गुजिया 


पहली वो गुजिया होती है जिसे सूजी, मेवों, चीनी,  नारियल  का बुरादा  आदि के मिश्रण  को मैदा की अर्द्ध चंद्र आकार की  आकृतियों मे भरकर और फिर  उसे  घी  मे  तलकर बनाया जाता है । 

दूसरी वो गुजिया होती है जिसे मावा, मेवों और चीनी आदि के  मिश्रण  को मैदा की अर्द्ध चंद्र आकार की आकृतियों मे भरकर और फिर उन्हें घी मे  तलकर बनाया जाता है । 

इसके अलावा “गुजिया” को चीनी की चाशनी मे डुबोकर और चांदी के वर्क चढ़ाकर भी बनाया जाता है।

आजकल गुजिया कई  प्रकार की  बनाई  जाती है । जैसे - चॉकलेट गुजिया, केसर गुजिया , डिजाइनर और पाइनऐप्ल गुजिया आदि । 


गुजिया कितने नामों से जानी जाती है ? 

Gujiya
गुजिया 
  • पेडुकीया  – बिहार मे  गुजिया को पेडुकीया के नाम  से जाना  जाता  है  । 
  • कुसली – छतीसगढ़  और मध्य प्रदेश  मे  इसे  कुसली के नाम से जाना जाता है । 
  • घूघरा – गुजरात  मे इसे  घूघरा  कहते   है ।  जिसे दो प्रकार से बनाया जाता है । 
  • करंजी – महाराष्ट्र और उड़ीसा  मे  गुजिया करंजी के नाम से जानी जाती है । 

गुजिया केवल उत्तर भारत मे ही  लोकप्रिय नहीं है परंतु  भारत के दक्षिण राज्यों मे भी इसे  मुखयतः दिवाली के अवसर पर बनाया जाता है। अतः गुजिया मुख्य रूप से  भारत के अधिकतर प्रांत मे बनाया जाने वाला व्यंजन है । दक्षिण मे  गुजिया को  निम्न नामों से जाना  जाता है ।  जिसमे मिश्रण और बनाने की विधि लगभग एक जैसी है । 

  • सोमस – तमिलनाडु  मे यह सोमस के नाम से प्रचलित है । 
  • गरिजालू – तेलंगाना  मे 
  • कज्जकयालु  - तेलगू  मे 
  • करंजिकाई  - कर्नाटक  मे 
गुजिया के  नाम  अलग है परंतु  इसमे भरने वाला  मिश्रण  काफी  मिलता - जुलता  है । 

गुजिया का चाट स्वरूप 



दही गुजिया
दही की गुजिया 

दही गुजिया

उत्तर भारत मे इसे एक अन्य रूप मे भी बनाया जाता है जिसे दही गुजिया  कहते है ।  यह  गुजिया का चाट स्वरूप है ।  यह   उड़द  की दाल को  पीसकर उसमे मेवा और अन्य प्रकार के मिश्रण को भरकर बनाया जाने वाला व्यंजन है  ।  इसे  दही बड़े के नाम से भी जाना जाता है । इसे घी मे तलकर इसके बाद , पानी मे भिगोकर  दही और खट्टी - मीठी  चटनी के साथ खाया जाता है । 

चटपटा  घूघरा 

घूघरा गुजरात मे  गुजिया की तरह बनाया जाने वाला व्यंजन है। जिसे  दो प्रकार से  बनाया जाता है । पहला गुजिया की तरह इसका मीठा  रूप है जबकि दूसरे रूप मे इसको चाट के रूप मे भी  बनाया  जाता है, गुजरात के जामनगर मे यह काफी फेमस स्ट्रीट फूड की श्रेणी  मे आता है ।  

चाट के तौर पर इसमे आलू और मटर इत्यादि का मिश्रण भरकर  इसे घी मे तलकर  बनाया  जाता है और और खट्टी - मीठी  चटनी और नमकीन डालकर खाया जाता है । 


गुजिया बनाने की विधि  

गुजिया बनाने की विधि के लिए आप "YouTube"  पर  विडिओ देख सकते हैं ।  आप  विभिन्न  प्रकार की गुजिया बनाने की विधि वहाँ से  सीख सकते हैं । 


बचपन मे त्योहारों  के आगमन की  आहट  पकवानों  के बनने  की  महक से ही पता चल जाती थी । पहले घर -घर  मे  तरह -तरह के व्यंजन बनाए जाते थे , जिससे अनायास ही पता चल जाता था कि कोई  पर्व  आ  रहा  है ।  इसलिए  आने  वाले   पर्वों को  अपने   हाथों  से  बने व्यंजनों से  सजाये  और  खुशी  के साथ मनाए । 

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