भोग व प्रसाद के व्यंजन

भोग-प्रसाद के व्यंजन

भोग व प्रसाद ईश्वर को अर्पित करने वाले व्यंजन को कहते हैं। भगवान को अर्पित करने वाले व्यंजन मे शुद्धता,स्वच्छता और प्रेम से अर्पित करने का भाव होना चाहिये। भोग-प्रसाद के लिए अपने हाथों से तैयार व्यंजनों का एक अपना ही स्वाद, सुगंध और प्रीति होती है। 

भोग के व्यंजनों को बनाते समय पूरा घर उसकी सुगंध से भर जाता है। ऐसा प्रतीत होता है कि घर मे कोई त्योहार व पूजा आदि का अवसर है। चलिए जानते है कि  भगवान के भोग के लिए कौन-कौन से व्यंजन हम बहुत आसानी से घर पर ही तैयार कर सकते हैं। 

कसार 

पहला आसानी से तैयार व्यंजन कसार है। कसार को गेहूँ के आटे को देसी घी मे भूनकर, फिर उसमे पीसी हुई चीनी या बूरा मिलाकर बनाया जाता है। सुगंध और स्वाद के लिए उसमे पीसी हुई इलाइची डाली जाती है। आप उसमे अन्य प्रकार के मेवा डालकर भी इसे तैयार कर सकते हैं । सत्यनारायण भगवान कि कथा मे प्रायः इसी व्यंजन का भोग लगाया जाता है। 

बहुत ही सादा और हर किसी के पहुँच मे होने से इसे कोई भी व्यक्ति कभी भी बनाकर भगवान को अर्पण कर सकता हैं। अपने हाथों से बनाए भोग को भगवान को सच्चे मन और श्रद्धा से अर्पण करे। 

खीर 

दूसरा व्यंजन खीर है। खीर चावल, चीनी, दूध और विभिन्न प्रकार कि मेवा को डालकर बनाई जाती है, परंतु यदि मेवा न हो तो भी सिर्फ इलाइची कि सुगंध से भी यह बहुत ही स्वादिष्ट लगती है। खीर चावल के अतिरिक्त सिर्फ मेवा से भी तैयार कि जाती है। भगवान को भोग मे अर्पण करने के लिए दोनों प्रकार कि खीर एक स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन है । 

दूध को औटकर (उबालकर) उसमे चावल, मेवा और चीनी मिलाकर इस स्वादिष्ट व्यंजन को तैयार किया जाता है। दूध को लगभग इतना गर्म कीजिए कि उसमे हल्की लालिमा सी आ जाए। इस तरह तैयार कि गई खीर वास्तव मे बहुत ही बढ़िया बनती है। 

आटे व सूजी का हलवा 

तीसरा व्यंजन आटे व सूजी से तैयार हलवा है। हलवा एक बहुत ही स्वादिष्ट व्यंजन है। हलवा एक पारंपरिक मिठाई है,जो किसी भी खास पर्व और अवसर पर बनाई जाती है। हलवे की खुशबू जहाँ त्योहारों,खुशी के पल और किसी खास मौके के होने का एहसास दिलाती है वहीं इसका स्वाद एक स्वादिष्ट अनुभूति है। भगवान के भोग के लिए यह बहुत ही अच्छा विकल्प हैं । 

बेसन के लड्डू 

चौथा व्यंजन बेसन से तैयार लड्डू है, जो थोड़ी मेहनत से आसानी से घर मे ही बनाए जा सकते हैं। घर मे तैयार यह लड्डू भगवान को अर्पित किए जा सकते हैं। इस प्रकार आपकी कि श्रद्धा और भक्ति भी निखरेगी, और आप अपने हाथों से अपने प्यारे भगवान को बहुत ही स्वादिष्ट व्यंजन का भोग अर्पित कर सकते हैं। लड्डू तैयार करने के लिए मोटा बेसन, बूरा, इलाइची आदि डालकर तैयार किया जा सकता हैं । 

नारियल की पंजीरी  

पाँचवा व्यंजन जो आप बहुत ही आसानी से घर मे बना सकते हैं , वह है गोले (सूखे नारियल) और चीनी से तैयार पंजीरी जिसमे आप अपने समार्थ के हिसाब से मेवा आदि भी डाल सकते हैं । मुखय: रूप से इस व्यंजन को जन्माष्टमी के महोत्सव पर बनाया जाता है, परंतु यदि आप चाहे तो भगवान को भोग लगाने के लिए इसे कभी भी बना सकते हैं ।

तिल-कूट व तिल के लड्डू   

छटा व्यंजन गुड़ और तिल से तैयार तिल कुटा व तिल और गुड़ के लड्डू हैं । सफेद तिलों  को हल्का-सा भूनकर दरदरा कूट ले, अब इसमे बूरा व कद्दूकस किया हुआ गुड़ मिलाकर तिलकुटा या तिलकूट बना सकते हैं । दूसरा आप तिल और गुड़ को ओखली मे कूटकर उस मिश्रण से छोटे-छोटे लड्डू भी तैयार कर सकते हैं। प्रायः इस भोग का प्रसाद गणेश चतुर्थी के त्योहार पर भगवान गणेश को लगाया जाता हैं ।  

इन भोग व्यंजनों को बनाने से ऐसा प्रतीत होता है मानो हर दिन एक उत्सव का दिन हैं । पहले समय मे लोग अधिकतर इस तरह घर मे तैयार किये गए व्यंजनों से ही ठाकुर / भगवान  जी को भोग लगते थे। 

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